रोलेक्स का गहन विश्लेषण

डायल

लेजर उत्कीर्णन

लेजर उत्कीर्णन

गढ़ना रंगों को

यह हमारा फूलदार मोटिफ है। यह रचना जो विशेष रूप से डेटजस्ट 31 के लिए बनायी गई है, यह लंबे समय से चली आ रही घड़ीसाज़ी परंपरा और अत्याधुनिक तकनीक का संगम है।

डायल बेस की पीतल की प्लेट में सनरे फिनिश है और सतह पर मैट या ग्रेन्ड प्रभाव देने के लिए दो अलग-अलग लेज़र बीम का उपयोग किया जाता है। फूलों की समृद्ध रंग-सम्बन्धी विविधता की असली सुंदरता रंग प्रक्रिया के माध्यम से प्रकट होती है, जो उनकी जटिल बनावट को सामने लाती है। यह मनमोहक परिदृश्य अलग-अलग व्यास के 24 हीरों से सुसज्जित है जो सुबह की ओस की तरह चमकते हैं और डायल के रूपांतरण को परिपूर्ण करते हैं।

लेजर उत्कीर्णन
विद्युत्-लेपन (इलेक्ट्रोप्लेटिंग)

विद्युत्-लेपन (इलेक्ट्रोप्लेटिंग)

परत सुंदर भी हो सकती है

यह है हमारा अत्यधिक सफेद डायल। इसकी अलग पहचान विद्युत्-लेपन (इलेक्ट्रोप्लेटिंग) प्रक्रिया द्वारा प्राप्त की जाती है यानी एक ऐसी तकनीक जिसका सफल उपयोग कई अन्य क्षेत्रों में किया गया है।

पीतल के बेस प्लेट को कई इलेक्ट्रोलाइटिक घोल में डुबोया जाता है ताकि इसे बहुत ही पतली धातु की परतों से लेपा जा सके। इस डायल पर हम सोना, निकेल और फिर चांदी का उपयोग करते है। सतह को ब्रश से साफ़ करने के बाद, इसे एक अंतिम घोल में डुबोया जाता है जिससे सफेद रंग की इसकी चमक रौशनी में और भी तीव्र हो जाए। विद्युत्-लेपन (इलेक्ट्रोप्लेटिंग) बचाव करता है पर उससे भी बढ़कर, यह अलंकृत करता है। इस प्रक्रिया पर महारत पाने का अर्थ यह दर्शाना भी है कि यह एक अलग तरह की कला हो सकती है।

विद्युत्-लेपन (इलेक्ट्रोप्लेटिंग)

रोलेक्स घड़ीसाज़ी विशेषज्ञता

निर्माण में उत्कृष्टता