विमानन केस्वर्ण युगके पथ प्रदर्शक
1930 का साल एक ऐसा वक्त था, जब विमानों के प्रदर्शन में की जा रही शानदार प्रगति आकाश पर विजय पाने की मनुष्य की क्षमता को निरंतर बढ़ा रही थी, और इसी के चलते लंबी दूरी की उड़ानें शुरू हुईं। कई पायलटों ने ऑयस्टर घड़ी पहनकर कीर्तिमान स्थापित किए। दूसरों ने ऑन-बोर्ड क्रोनोमीटर के रू प में रोलेक्स घड़ी का उपयोग किया।