शुरुआती वर्षों

1905–1919

हैंस विल्सडोर्फ़

रोलेक्स का इतिहास अनन्य रूप से इसके संस्थापक हैंस विल्सडोर्फ़ की दूरदर्शी विचारधारा से जुड़ा हुआ है।

हैंस विल्सडोर्फ़

1905

हैंस विल्सडोर्फ़

रोलेक्स का इतिहास अनन्य रूप से इसके संस्थापक हैंस विल्सडोर्फ़ की दूरदर्शी विचारधारा से जुड़ा हुआ है। 1905 में, 24 वर्ष की आयु में, हैंस विल्सडोर्फ़ ने लंदन में घड़ी के वितरण में विशेषज्ञता रखने वाली एक कंपनी की स्थापना की। वे कलाई पर बाँधने वाली एक घड़ी का सपना देखने लगे। उस समय कलाई घड़ी बहुत सटीक नहीं होती थी, लेकिन हैंस विल्सडोर्फ़ ने पूर्वानुमान लगा लिया कि वे न केवल सुरुचिपूर्ण बल्कि भरोसेमंद भी बन सकती थी।

अपनी बिलकुल अभिनव घड़ियों की विश्वसनीयता का लोगों को विश्वास दिलाने के लिए, उन्होनें उनको बिएन में एक स्विस घड़ीसाज़ी कंपनी द्वारा निर्मित छोटे किंतु बहुत सटीक घड़ी की मशीन से सुसज्जित किया।

पाँच अक्षरों में प्रतिभा

1908

पाँच अक्षरों में निपुण

उन्होनें कहा, “मैंने वर्णमाला के अक्षरों को हर संभव तरीके सो जोड़ने की कोशिश की। इससे मुझे कुछ सौ नाम मिले, लेकिन उनमें से कोई भी एकदम सही नहीं लगा। एक सुबह, लंदन शहर में चीपसाइड के साथ-साथ घोड़ों से चलने वाली एक ओमनीबस के ऊपरी डेक पर सवारी करते समय, एक जीनी ने मेरे कान में फुसफुसाया 'रोलेक्स'।”

क्रोनोमीट्रिक सटीकता की खोज

1910

क्रोनोमीट्रिक सटीकता की खोज

रोलेक्स ने सबसे पहले मूवमेंट की गुणवत्ता पर ध्यान केंद्रित किया । क्रोनोमीट्रिक सटीकता के लिए निरंतर खोज ने सफलता तक पहुँचा दिया। 1910 में, एक रोलेक्स घड़ी दुनिया में पहली ऐसी कलाई घड़ी थी जिसे बिएन्ने में आधिकारिक घड़ी रेटिंग सेंटर द्वारा स्वीकृत क्रोनोमीट्रिक सटीकता का स्विस प्रमाण-पत्र प्राप्त हुआ था।

ऑयस्टर का आविष्कार

1914

रोलेक्स की वर्ग ए सटीकता प्रमाण-पत्र

चार साल बाद,1914 में, ग्रेट ब्रिटेन में क्यू ऑब्ज़र्वेटरी ने एक रोलेक्स कलाई घड़ी को वर्ग “A” सटीकता प्रमाण-पत्र प्रदान किया, यह एक ऐसी विशिष्टता है जो उस समय तक केवल मैरीन क्रोनोमीटर के लिए ही आरक्षित थी। उस दिन के बाद से, रोलेक्स कलाई घड़ी सटीकता की पर्याय रही है।

जेनेवा

1919

जेनेवा

रोलेक्स अंतरराष्ट्रीय रूप से घड़ीसाज़ी के लिए प्रसिद्ध शहर, जेनेवा पहुँच गई। 1920 में जेनेवा में मॉंट्रेस रोलेक्स S.A. की स्थापना की गई।